BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA - AN OVERVIEW

baglamukhi shabar mantra - An Overview

baglamukhi shabar mantra - An Overview

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माता बगलामुखी की साधना जिस घर में होती है उस घर के लोग शत्रु, रोग, दुख-दारिद्रय, कलह आदि से मुक्त रहते हैं।

Shabar mantras undoubtedly are a type of recitation located in the Indian mystical custom of tantra. These mantras are thought being powerful and powerful in achieving distinct applications when chanted with devotion and sincerity. Here are some of the various and significant types of Shabar mantras:

Shabar mantra sadhana or every other sadhana has to be completed, the first ailment would be that the seeker must have unshakable religion and devotion towards the mantra and sadhana, if you have even the slightest doubt about your sadhana and mantra, You'll be able to always You can't be profitable, Irrespective of how repeatedly you chant or what process you adopt. Secondly, you don't have to undertake any Exclusive strategy On this meditation, these mantras are in very simple language and you can use Rudraksha or Tulsi rosary for chanting aside from some mantras. During this, you could established any time, but for the amount of times It's important to do the sadhana, the time really should be precisely the same daily.

Worshiping God by means of mantras is normally regarded as additional fruitful. In order to get God's grace, if you need to get blessings from him all through your lifetime, then chanting Vedic mantras would be the finest.

यहाँ पर उल्लिखित शाबर मन्त्र के सम्बन्ध में अनुभवी साधकों का यह निष्कर्ष है कि यह परमशक्तिशाली मन्त्र है और इसका प्रयोग कभी निष्फल नहीं होता है। इसका सिद्धि-विधान भी अत्यन्त ही सरल है। इसके लिए साधक को यह निर्देश है कि भगवती बगला की सम्यक् उपासना एवं उपचार के उपरान्त प्रतिदिन दो माला जप एक महीने तक करें। इतने अल्प समय और अल्प परिश्रम से ही यह मन्त्र अपना प्रभाव प्रकट करने लगता है।



यहाँ पर उल्लिखित शाबर मन्त्र के सम्बन्ध में अनुभवी साधकों का यह निष्कर्ष है कि यह परमशक्तिशाली मन्त्र है और इसका प्रयोग कभी निष्फल नहीं होता है। यह प्रबल बगलामुखी शत्रु विनाशक मंत्र है। इसका सिद्धि-विधान website भी अत्यन्त ही सरल है। इसके लिए साधक को यह निर्देश है कि भगवती बगला की सम्यक् उपासना एवं उपचार के उपरान्त प्रतिदिन दो माला जप एक महीने तक करें। इतने अल्प समय और अल्प परिश्रम से ही यह मन्त्र अपना प्रभाव प्रकट करने लगता है।

गदाऽभिघातेन च दक्षिणेन, पीताम्बराढ्यां द्वि-भुजां नमामि ।।२

हेमावांगरूचि शशांक मुकुटां सच्चम्पकस्रग्युताम्

प्रत्यालीढ-परां घोरां, मुण्ड-माला-विभूषिताम् । खर्वां लम्बोदरीं भीमां, पीताम्बर-परिच्छदाम् ।।

ॐ बगलामुख्यै च विद्महे स्तम्भिन्यै च धीमहि तन्नो बागला प्रचोदयात

Gains: Baglamukhi is taken into account the goddess of victory. Chanting this mantra with devotion and sincerity is thought to aid in overcoming obstructions, defeating enemies, and accomplishing good results.

भावार्थ:-जिन शिव-पार्वती ने कलियुग को देखकर जगत के हित के लिए शाबर मन्त्र समूह की रचना की; जिन मंत्रों के अक्षर बेमेल हैं, जिनका न कोई ठीक अर्थ होता है और न जप ही होता है, तथापि श्री शिवजी के प्रताप से जिनका प्रभाव प्रत्यक्ष है॥ सहज और सरल भाषा में रचित ये मत्रं अत्यधिक विशेष प्रभाव शाली है। तत्रं विघा को जानने वाले शाबर मंत्रों का विशेष महत्व जानते हैं अत्यधिक प्रभाव शाली माँ पिताम्बरा बगलामुखी के यह मत्रं अपने आप में चमत्कृत है। यदि किसी व्यक्ति विशेष के कारण शत्रु पग-पग पर कष्ट देते है उस पर हावी होते है, तथा हर प्रकार से नीचा दिखाने की चेष्टा करते हों, या षड्यंत्र करके पुलिस कोर्ट कचहरी में फसा देते है तब उसे बगलामुखी दिक्षा उपरांत शाबर मंत्र की साधना करनी चाहिए। यदि किसी के शत्रु अस्त्र आदि लेकर सामने आते हों और उसके सामने प्राण का संकट खड़ा हो जाता हो तथा कोई उसकी जीविका को व्यापार को तत्रं द्वारा नष्ट बंधन प्रयोग कर रहा है तब शत्रुओं को उनके बाल प्रभाव नष्ट करना चाहिए ,जब कोई असाहय हो या सब तरफ से शत्रुओं में घिर जाए और उसे बचने का कोई उपाय न सूझे, तो ऐसी भयंकर विपत्ति में ही बगलामुखी साधना करनी चाहिए क्योंकि।

ऊर्ध्व-केश-जटा-जूटां, कराल-वदनाम्बुजाम् । मुद्गरं दक्षिणे हस्ते, पाशं वामेन धारिणीम् ।।

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